ऑपरेशन सिंदूर: 7 मई 2025 की रात को पाकिस्तान और पाकिस्तान-अधिकृत कश्मीर (PoK) की नींद एक भयानक गर्जना से टूटी। वजह थी भारत का जबरदस्त जवाब — “ऑपरेशन सिंदूर”।
भारतीय वायुसेना ने रात 1:44 बजे आतंकवाद के केंद्र बने 9 ठिकानों पर एकसाथ धावा बोल दिया। 80 से 90 आतंकवादी मौके पर ही ढेर कर दिए गए। इस सर्जिकल एयर स्ट्राइक की खास बात यह रही कि यह तीनों सेनाओं (वायु, थल और जल) का संयुक्त अभियान था — एक सटीक, रणनीतिक और भावनात्मक रूप से गहराई से जुड़ा मिशन।
“सिंदूर” — एक बदले की कहानी, एक प्रतीक
22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले ने देश को झकझोर कर रख दिया था।
हमले में 26 निर्दोष पुरुषों की हत्या कर दी गई। आतंकियों ने महिलाओं को जानबूझकर छोड़ा और कहा:
“मोदी से जाकर कहना, हम वापस आए हैं।”
देश के लाखों घरों से सिंदूर छिन गया, कई मांगें सूनी हो गईं।
भारत ने इस दर्द को हथियार में बदल दिया — और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नामक प्रतिशोधी प्रहार की शुरुआत की।
ऑपरेशन सिंदूर: क्या हुआ?
सेना की आधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार:
- ऑपरेशन का उद्देश्य था: उन आतंकी लॉन्चपैड्स और ट्रेनिंग कैंपों को खत्म करना, जहाँ से भारत पर हमलों की साजिशें रची जाती थीं।
- हमला किया गया पाकिस्तान और PoK के उन इलाकों में जो लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद, और हिज्बुल मुजाहिदीन जैसे संगठनों के गढ़ हैं।
- ऑपरेशन की निगरानी खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की — वह पूरी रात सतर्क और सक्रिय रहे।
किन ठिकानों को बनाया गया निशाना?
वायुसेना ने नौ बड़े आतंकी ठिकानों पर बमबारी की:
ठिकाना | क्षेत्र |
---|---|
बहावलपुर | पाक पंजाब |
मुदिरके | लाहौर के पास |
गुलपुर | PoK |
भिंबर | PoK |
चाक अमरू | सियालकोट |
बाग | PoK |
कोटली | PoK |
सियालकोट | पाक पंजाब |
मुजफ्फराबाद | PoK |
हर ठिकाने को पूर्व-चिन्हित, RAW की इंटेलिजेंस, और उन्नत सैटेलाइट मैपिंग की मदद से टारगेट किया गया।
सटीकता, संयम और सर्जिकल प्रभाव
- भारतीय वायुसेना के राफेल और सुखोई-30 MKI लड़ाकू विमानों ने SCALP मिसाइल और AASM स्मार्ट बम के जरिए यह स्ट्राइक की।
- हमलों के बाद भी, किसी पाकिस्तानी नागरिक, आर्थिक संसाधन या आम जन-जीवन को नुकसान नहीं पहुंचाया गया।
- अमेरिका स्थित भारतीय दूतावास ने स्पष्ट किया:
“यह एक सटीक और केंद्रित कार्रवाई थी, केवल आतंकवादियों को निशाना बनाया गया।”
अंतरराष्ट्रीय कूटनीति: तेज और पारदर्शी
- भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने तुरंत अमेरिका के NSA और विदेश मंत्री मार्को रुबियो से संपर्क किया।
- भारत ने एक बार फिर दिखाया कि वह केवल जवाब नहीं देता, सही वक्त पर, सही तरीके से जवाब देता है।
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भारत की तैयारी: हर मोर्चे पर सतर्कता
- श्रीनगर, उधमपुर, और जैसलमेर जैसे एयरबेस हाई अलर्ट पर थे।
- LOC पर फायरिंग की घटनाओं के जवाब में सेना ने चौकसी बढ़ा दी।
- वायुसेना के विमान लगातार गश्त कर रहे थे, किसी भी प्रतिउत्तर के लिए तैयार।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ — एक सैनिक नहीं, हर नागरिक का मिशन
यह केवल एक मिलिट्री मिशन नहीं था —
यह उन मांगों का बदला था जिनका सिंदूर उजड़ गया था।
यह बताने का वक्त था कि भारत अब चुप नहीं बैठता, वह हर आँसू का हिसाब रखता है।
https://x.com/AmitShah/status/1919967418241229134
मेरी ओर से वैल्यू ऐड (Insight)
- इस ऑपरेशन ने एक नई सैन्य डॉक्ट्रिन को जन्म दिया: भावनात्मक रणनीति — जहां एक महिला की मांग का सिंदूर, पूरे ऑपरेशन का कोड बन जाता है।
- भारत ने पहली बार आतंक के खिलाफ जवाब में प्रतीकात्मक नामों का ऐसा उपयोग किया, जिससे रणनीति और संवेदना का संतुलन बना रहे।
- अंतरराष्ट्रीय मीडिया में भारत को “Emotionally Intelligent Superpower” तक कहा गया है।
पाकिस्तान की प्रतिक्रिया
पाकिस्तान ने इन हमलों को “युद्ध का कार्य” बताया और दावा किया कि इनमें 26 नागरिकों की मौत हुई और 46 घायल हुए, जिनमें महिलाएं और बच्चे शामिल हैं। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ़ ने जवाबी कार्रवाई की चेतावनी दी है। पाकिस्तान ने यह भी दावा किया कि उसने पांच भारतीय लड़ाकू विमानों को मार गिराया, हालांकि भारत ने इन दावों की पुष्टि नहीं की है।
निष्कर्ष: सिंदूर अब सिर्फ साज नहीं, संदेश है
‘ऑपरेशन सिंदूर’ ने आतंकवाद को बताया कि भारत भावनाओं को कमजोरी नहीं, हथियार बनाना जानता है।
अब हर हमला — एक जवाबी संदेश बनकर लौटेगा।
यह नया भारत है। जो सहता नहीं, समझता है… और जब वार करता है, तो दुश्मन की नींव हिला देता है।