ट्रंप के आयात शुल्क लगाने के फैसले का शेयर बाजारों पर इतना भीषण असर क्यों पड़ा है? कहां-कहां मार्केट में गिरावट देखी गई है? इसके अलावा यह असर अभी कितने दिन तक रह सकता है? इससे आम लोगों की जिंदगी पर किस तरह असर पड़ने की संभावना है? आइये जानते हैं.
जब दुनिया के सबसे ताकतवर देश का नेता खुलकर बोले कि “मार्केट क्रैश मुझे चिंता नहीं देता”, तो सवाल उठते हैं – क्या वाकई ये सब एक सोची-समझी रणनीति है, या दुनिया को आर्थिक जंग की ओर धकेलने की तैयारी?
“कभी-कभी किसी चीज को ठीक करने के लिए कड़वी दवा ज़रूरी होती है!”
– डोनाल्ड ट्रम्प, अमेरिकी राष्ट्रपति
क्या हुआ है बाजार में?
बीते कुछ दिनों से अमेरिका और दुनिया के स्टॉक मार्केट्स में खलबली मची हुई है।
6 अप्रैल को जानी-मानी मार्केट पर्सनैलिटी जिम क्रैमर ने चेताया था – “ब्लैक मंडे” आ सकता है! और अब बाजार में गिरावट देख ऐसा लग भी रहा है कि शायद ये चेतावनी असली थी।
‘ब्लैक मंडे (Black Monday)’ क्या है?
1987 में 19 अक्टूबर को Dow Jones 22.6% गिरा था। इसे अब तक की सबसे बड़ी गिरावट माना जाता है।
आज के हालात को उसी ‘ब्लैक मंडे’ से जोड़ा जा रहा है।
ट्रम्प और उनका Tariff गेम
ट्रम्प ने साफ कर दिया है – “हम दुनिया से डील करेंगे, लेकिन अपनी शर्तों पर!”
उन्होंने रेसिप्रोकल टैक्स का ऐलान किया है, यानी जितना टैक्स दूसरे देश अमेरिका पर लगाते हैं, उतना ही टैक्स अब अमेरिका भी लगाएगा।
किन देशों पर लगा Tariff ?
-
भारत: 26%
-
चीन: 34%
-
यूरोपीय यूनियन: 20%
-
जापान: 24%
-
वियतनाम: 46%
-
ताइवान: 32%
-
साउथ कोरिया: 25%
ट्रम्प का कहना है:
“भारत मेरे अच्छे दोस्त मोदी जी का देश है, लेकिन वे हमें सही ट्रीटमेंट नहीं दे रहे।”
50 देशों की बेचैनी
अब हालत ये है कि 50 से ज्यादा देश अमेरिका से संपर्क कर रहे हैं – टैरिफ डील के लिए।
लेकिन अमेरिका का जवाब साफ है –
“दशकों से हमें गलत तरीके से ट्रीट किया गया है, अब फटाफट समझौते नहीं होंगे।”
क्यों कर रहे हैं ट्रम्प ऐसा?
ट्रम्प की नजर अमेरिका के घरेलू प्रोडक्शन को बढ़ाने पर है।
टैरिफ के ज़रिए वे दूसरे देशों की सस्ती चीज़ों को महंगा बनाकर अमेरिकन इंडस्ट्री को ताकत देना चाहते हैं।
लेकिन सवाल ये है –
क्या ये रणनीति लंबे समय में फायदे की होगी? या ये दुनिया को एक नई आर्थिक मंदी की ओर ले जा रही है?
निष्कर्ष: ये सिर्फ मार्केट क्रैश नहीं, एक ट्रेड वॉर की शुरुआत है!
-
अमेरिका का नया रवैया बाजारों के लिए बड़ा झटका है
-
निवेशक घबराए हुए हैं
-
देश अब अमेरिका के साथ नई डील की लाइन में खड़े हैं
-
और ट्रम्प को… कोई फर्क नहीं पड़ता!
क्या आप सोचते हैं कि ट्रम्प की रणनीति सही है? या इससे दुनिया में आर्थिक संकट और गहराएगा?
अपनी राय कमेंट में ज़रूर बताएं!
Read Also IPL 2025: Cricket या करोड़ों की कमाई की मशीन? जानिए कैसे चलता है अरबों का बिजनेस! IPL 2025