ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत की सैन्य शक्ति का नया चेहरा बनकर उभरी हैं दो महिला अधिकारी – कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह। यह पहला मौका था जब किसी बड़े सैन्य ऑपरेशन के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस की बागडोर दो महिला अधिकारियों ने संभाली। उनके आत्मविश्वास और दृढ़ता ने न सिर्फ भारत के मजबूत इरादों को दुनिया के सामने रखा बल्कि भारतीय सेना में महिलाओं की बढ़ती भूमिका को भी दर्शाया।
ऑपरेशन सिंदूर: पाकिस्तान को करारा जवाब
7 मई की सुबह भारत ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में 9 आतंकी ठिकानों पर सटीक एयर स्ट्राइक की। इस जवाबी कार्रवाई को नाम दिया गया – ऑपरेशन सिंदूर, जो उन शहीदों की पत्नियों और परिवारों के सम्मान को समर्पित है जिन्होंने अपने प्रियजनों को इस क्रूर हमले में खो दिया।
यह ऑपरेशन तीनों सेनाओं – भारतीय सेना, वायुसेना और नौसेना – द्वारा संयुक्त रूप से अंजाम दिया गया। एयर-टू-सरफेस मिसाइलों का उपयोग करते हुए आतंकी शिविरों को पूरी तरह तबाह कर दिया गया।
कौन हैं कर्नल सोफिया कुरैशी?

-
1999 में मात्र 17 वर्ष की उम्र में भारतीय सेना से जुड़ीं।
-
बायोकेमिस्ट्री में पोस्ट ग्रेजुएट और सेना के सिग्नल कोर की अधिकारी।
-
2016 में भारत की ओर से Force 18 (ASEAN Plus मल्टीनेशनल फील्ड एक्सरसाइज) में सेना के टुकड़ी का नेतृत्व किया। 18 देशों की इस सैन्य अभ्यास में वे अकेली महिला कंटिन्जेंट कमांडर थीं।
-
2006 में कांगो में संयुक्त राष्ट्र के शांति मिशन में भारत की तरफ से सैन्य पर्यवेक्षक के रूप में कार्य किया।
-
उनके दादा भी सेना में थे और उनके पति मैकेनाइज्ड इन्फेंट्री में ऑफिसर हैं – एक सच्चा फौजी परिवार।
-
देश के युवाओं को सेना में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित करती हैं:
“अगर संभव हो, तो भारतीय सेना जरूर जॉइन करें।”
कौन हैं विंग कमांडर व्योमिका सिंह?

-
2004 में भारतीय वायुसेना में कमीशन प्राप्त किया।
-
Chetak और Cheetah हेलीकॉप्टर उड़ाने में विशेषज्ञता और बेदाग सेवा रिकॉर्ड।
-
2017 में विंग कमांडर के पद पर पदोन्नत।
-
बाढ़ राहत अभियानों में योगदान के लिए Signal Officer-in-Chief से सम्मान प्राप्त।
-
उच्च जोखिम वाले उड़ानों में भाग लिया और महिला पायलटों के लिए प्रेरणा बनीं।
महिला शक्ति की पहचान बनी प्रेस ब्रीफिंग

ऑपरेशन सिंदूर के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह की मौजूदगी सिर्फ रणनीतिक जानकारी साझा करने तक सीमित नहीं थी, यह एक सशक्त संदेश भी था –
“अब भारत की सैन्य शक्ति में महिलाओं की भागीदारी सिर्फ बढ़ रही है, बल्कि वे नेतृत्व की भूमिका में भी हैं।“
इस कदम ने यह साफ कर दिया कि लिंग नहीं, काबिलियत ही नेतृत्व की कसौटी है। यह बदलाव भारतीय सशस्त्र बलों में महिलाओं की बढ़ती भागीदारी और नेतृत्व क्षमता को स्पष्ट रूप से दर्शाता है।
महिलाओं की बढ़ती भूमिका और देश की ताकत
कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह केवल एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का हिस्सा नहीं थीं। वे भारत की नई शक्ति का प्रतिनिधित्व कर रही थीं। उनका संयम, उनकी आवाज़ और उनका आत्मविश्वास इस बात का संकेत है कि अब सुरक्षा, रणनीति, और संवाद — हर मोर्चे पर महिलाएं मोर्चा संभाल रही हैं।
भारत का संदेश साफ है:
“अब आतंकवाद के खिलाफ हमारी लड़ाई को लीड करने वाले प्रोफेशनल्स हैं — चाहे वे पुरुष हों या महिलाएं।”
FAQs (कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह)
Q1. कौन हैं कर्नल सोफिया कुरैशी?
कर्नल सोफिया कुरैशी भारतीय सेना की एक प्रतिष्ठित अधिकारी हैं जिन्होंने Force 18 नामक सैन्य अभ्यास में भारत का प्रतिनिधित्व किया और 40-सदस्यीय दल की कमान संभाली। वह सेना की सबसे पहली महिला हैं जिन्हें यह मौका मिला।
Q2. Force 18 क्या है?
Force 18 एक बहुराष्ट्रीय सैन्य अभ्यास है जिसमें भारत समेत 18 देशों की सेनाएं हिस्सा लेती हैं। यह दक्षिण एशियाई सहयोग के लिए आयोजित किया गया एक सामूहिक प्रशिक्षण अभ्यास है।
Q3. विंग कमांडर व्योमिका सिंह कौन हैं?
उत्तर: विंग कमांडर व्योमिका सिंह भारतीय वायुसेना की एक वरिष्ठ अधिकारी हैं जिन्होंने हेलीकॉप्टर उड़ान अभियानों में विशेष योगदान दिया है। उन्होंने चेता और चीता हेलीकॉप्टर उड़ाए हैं और उन्हें 2004 में वायुसेना में कमीशन मिला था।
Q4. ऑपरेशन सिंदूर क्या है?
ऑपरेशन सिंदूर भारत द्वारा पाक अधिकृत कश्मीर और पाकिस्तान में आतंकियों पर की गई एयरस्ट्राइक है।
Q3. क्या कर्नल सोफिया ने एयरस्ट्राइक का नेतृत्व किया?
उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में ऑपरेशन सिंदूर के हर पहलू को जनता के सामने पेश किया।