9 मई 2025: पाकिस्तान के भाग्य का फैसला! ऑपरेशन सिंदूर के बाद एक और बड़ा झटका? क्या पाकिस्तान जिएगा या तबाह हो जाएगा?

पाकिस्तान के लिए 9 मई का दिन निर्णायक साबित हो सकता है। ऐसा कहा जा रहा है कि अगर इस दिन पाकिस्तान चूक गया, तो उसकी कमर टूट जाएगी। इससे भी चौंकाने वाली बात ये है कि यह झटका “ऑपरेशन सिंदूर” से भी बड़ा बताया जा रहा है।

पाकिस्तान


ऑपरेशन सिंदूर के बाद लगातार बढ़ती मुश्किलें

7 मई 2025 को हुए “ऑपरेशन सिंदूर” ने पाकिस्तान को गहरे सदमे में डाल दिया था। यह सैन्य कार्रवाई भारत द्वारा की गई थी, जिसने पाकिस्तान की रक्षा रणनीति को झकझोर दिया। अभी उस झटके से पाकिस्तान उभरा भी नहीं है कि अब 9 मई को एक और ऐसा फैसला सामने है, जिससे देश की आर्थिक रीढ़ की हड्डी टूट सकती है।


लड़ाई हजारों किलोमीटर दूर, लेकिन असर पूरे पाकिस्तान पर

हालांकि यह टकराव सीमा से हजारों किलोमीटर दूर होने वाला है, लेकिन इसका सीधा असर पाकिस्तान की इकॉनमी, राजनीति और आम जनता पर होगा। पहले से ही भूख और बेरोज़गारी की मार झेल रहे पाकिस्तान के लिए यह एक ‘करो या मरो’ की स्थिति है।


आखिरी उम्मीद: IMF बेलआउट

पाकिस्तान की एकमात्र उम्मीद अब अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) पर टिकी हुई है। देश में महंगाई, विदेशी मुद्रा की कमी, और गिरती अर्थव्यवस्था के बीच IMF से मिलने वाला बेलआउट पैकेज ही उसकी आखिरी साँस बन चुका है।

IMF 9 मई को पाकिस्तान के लिए Extended Fund Facility (EFF) की समीक्षा करेगा, जिसमें यह तय किया जाएगा कि पाकिस्तान को 1.3 अरब डॉलर (लगभग ₹11,300 करोड़) की अगली किश्त मिलेगी या नहीं।


भारत से सैन्य तनाव ने बढ़ाई समस्या

भारत के साथ चल रहे सैन्य तनाव और कश्मीर सीमा पर बढ़ती गतिविधियों ने IMF की नजरों में पाकिस्तान को एक अस्थिर और जोखिमपूर्ण देश बना दिया है। IMF का मुख्य फोकस न केवल आर्थिक प्रदर्शन होता है बल्कि राजनीतिक स्थिरता और क्षेत्रीय शांति भी उसकी शर्तों में शामिल है।

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अगर बेलआउट नहीं मिला तो?

अगर IMF ने इस बार पाकिस्तान को कर्ज देने से इनकार कर दिया, तो इसके परिणाम बेहद गंभीर हो सकते हैं:

  • विदेशी मुद्रा भंडार पूरी तरह खाली हो सकता है
  • आयात ठप हो सकता है (तेल, गैस, दवाइयाँ तक)
  • महंगाई चरम पर पहुंच सकती है
  • सरकार को वेतन देने तक में दिक्कत हो सकती है
  • सामाजिक अशांति और विद्रोह की स्थिति बन सकती है

https://www.business-standard.com/external-affairs-defence-security/news/india-urges-imf-caution-on-pakistan-bailout-decision-125050801666_1.html


निष्कर्ष: पाकिस्तान के लिए 9 मई क्यों है ‘D-Day’?

9 मई 2025 सिर्फ एक तारीख नहीं है, बल्कि यह दिन तय करेगा कि पाकिस्तान अपने आर्थिक और राजनीतिक संकट से उभर पाएगा या गर्त में चला जाएगा।
ऑपरेशन सिंदूर ने पहले ही पाकिस्तान को सैन्य स्तर पर कमजोर कर दिया है, और अब अगर आर्थिक मोर्चे पर भी हार मिली, तो यह संकट पूरे दक्षिण एशिया को प्रभावित कर सकता है।


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